A CSR Initiative of GAIL (India) Limited
Disaster Management

श्रीजन परियोजनाः महिलाओं को बताए उनके अधिकार

रुद्रप्रयाग। गेल इंडिया के सहयोग से संचालित श्रीजन परियोजना की अगस्त्यमुनि ब्लाक स्तरीय वर्कशाप में महिलाओं को घरेलू हिंसा के खिलाफ जागरूक किया गया। इस मौके पर गुप्तकाशी के पुलिस उपाधीक्षक अभय सिंह ने महिलाओं को घरेलू हिंसा से संरक्षण अधिनियम 2005 में दिए गए अधिकारों और कानूनी प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी। 

संसारी स्थित सीआरटीसी भवन में मानवभारती संस्था की ओर से आयोजित वर्कशाप में गिंवाला, बुटोल गांव, भीरी, डमार के ग्रामीणों को संबोधित करते हुए पुलिस उपाधीक्षक अभय सिंह ने कहा कि पुलिस आपकी सुरक्षा के लिए हर समय तैयार है। घरेलू हिंसा की सूचना 100 और 1090 नंबर पर दी जा सकती है। अगर आपकी जानकारी में है कि कहीं घरेलू हिंसा हो रही है तो पुलिस को सूचना दीजिए। सूचना देने वाले का नाम गोपनीय रखा जाएगा। उन्होंने महिलाओं और बच्चों के अधिकारों पर भी चर्चा की। साथ ही मोटर वाहन अधिनियम के प्रावधानों के बारे में बताया।

उन्होंने कहा कि व्यक्ति को किसी पर निर्भर न होकर आत्मनिर्भर होना चाहिए। गेल इंडिया के सहयोग से चल रही श्रीजन परियोजना भी लोगों को आत्मनिर्भर बना रही है। यह परियोजना आपदा प्रभावितों के आजीविका संवर्धन के लिए काम कर रही है। आपदा से बचने के तरीकों का प्रशिक्षण देना तथा सतर्कता पर काम करना प्रशंसनीय है। दैनिक जागरण में पढ़ें-  महिलाओं को दी उनके अधिकारों की जानकारी

इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता अरुण प्रकाश वाजपेयी ने घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम 2005 की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भोजन नहीं देना, घर से बाहर करके ताला लगा देना, बच्चों से बात करने से रोकना, बार-बात ताना कसना, हर बात पर टोकना, घर से बाहर नहीं निकलने देना आदि भी घरेलू हिंसा के दायरे में आते हैं।  हिन्दुस्तान में पढ़ें-  घरेलू हिंसा और नशे के प्रति किया सचेत

वरिष्ठ अधिवक्ता ने बताया कि घरेलू हिंसा की सूचना पीड़ित स्वयं दे सकती है। यदि किसी व्यक्ति को किसी कारण से यह लगता है कि घरेलू हिंसा की कोई घटना हुई है या हो रही है या फिर होने का अंदेशा है, वह संरक्षण अधिकारी को लिखित या मौखिक रूप से सूचना दे सकता है। वर्कशाप में ऊखीमठ थानाध्यक्ष ज्योति कन्याल, ग्राम प्रधान सती देवी, सुषमा बर्तवाल, राजेश कुमार, निर्मला देवी, रघुवीर सिंह नेगी, सरपंच राम सिंह, स्वयं सहायता समूहों से लक्ष्मी देवी, विजय लक्ष्मी देवी, अनीता गोस्वामी, मीनाक्षी नौटियाल आदि उपस्थित रहे।अमर उजाला में   पढ़ें-  घरेलू हिंसा के प्रति किया जागरूक