
श्रीजन परियोजनाः महिला दिवस पर गूंजे गीत
रुद्रप्रयाग जिले के गांवों में दीर्घगामी आपदा प्रबंधन और स्थाई पुनर्वास पर कार्य कर रही श्रीजन परियोजना के कार्यकर्ताओं ने महिला दिवस धूमधाम से मनाया। त्यूड़ी गांव में भीरी और खुमेरा गांव से भी महिलाएं आईं और भजन- कीर्तन का आयोजन किया गया। त्यूड़ी की प्रधान बीना देवी ने महिलाओं को अपने अधिकारों के लिए जागरूक होने का आह्वान किया।
जून, 2013 की आपदा से प्रभावित दस गांवों में आजीविका संसाधन वृद्धि, आपदा से बचाव के लिए जागरूकता, आपदारोधी तकनीक, क्षमता विकास से आत्मनिर्भरता, स्थानीय संसाधनों पर आधारित स्वरोजगार, पर्यावरण संरक्षण, कृषि और पशुपालन में श्रम और समय की बचत के माध्यम से मातृशक्ति के सशक्तीकरण, आर्गेनिक फार्मिंग सहित अन्य उपायों पर कार्य किया जा रहा है। गेल इंडिया के वित्तीय सहयोग से मानवभारती संस्था, देहरादून इस परियोजना का संचालन कर रही है। श्रीजन परियोजना के दस गांवों में महिला दिवस समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर महिलाओं ने ढोलक की थाप पर गीत गाए और कीर्तन किया।
ग्राम प्रधान बीना देवी ने कहा कि श्रीजन परियोजना के तहत महिलाओं को जागरूक बनाने के लिए बेहतर कार्य किए जा रहे हैं। हाल ही में घरेलू हिंसा से महिलाओं का संरक्षण अधिनियम की जानकारी के लिए कार्यशालाओं का आयोजन किया गया था। उन्होंने महिलाओं से कहा, बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ मुहिम का हिस्सा बनकर बेटे और बेटी में फर्क न समझें। बेटियां भी बेटों के बराबर हैं। वर्तमान में बेटियां अपनी प्रतिभा के बल पर दुनिया में सफलताएं हासिल कर रही हैं। इस मौके पर ग्राम प्रधान ने सरकार की कन्या धन योजना के बारे में भी जानकारी दी।
कार्यक्रम में रेखा देवी, सरोजनी देवी, इंद्रा देवी, लक्ष्मी देवी, गीता, सीमा, सुनीता, ललिता, सरिता, रानी, मंजू, विभा, देवकी, राजेश्वरी सहित बड़ी संख्या में महिलाओं के साथ श्रीजन परियोजना की समन्वयक शाहिस्ता खान, श्रीजन प्रतिनिधि हिकमत सिंह आदि उपस्थित रहे।